जयपुर । पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के ड्रीम प्रोजेक्ट द्रव्यवती रिवर फ्रंट परियोजना के भविष्य पर ग्रहण लग गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की चिंता के बाद अब यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने भी साफ कह दिया है कि पहले इस कार्य को हाथ में लेने वाली कंपनी अपना कार्य पूरा करे, फिर उसे बकाया धनराशि जारी होगी।
इसके बाद देखेंगे, द्रव्यवती नदी परियोजना का क्या करना है। आपको बता दे कि द्रव्यवती नदी परियोजना पर लागत 1800 करोड़ से ज्यादा आ गई है। साथ ही अभी काम अधूरा ही पड़ा है।
साथ ही यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने जयपुर के बीआरटीएस कॉरिडोर के भविष्य पर भी सवालिया निशान लगा दिया। धारीवाल ने कहा कि अभी यह बंद होगा या नहीं, यह कहना अभी ठीक नहीं, लेकिन यह ट्रैफिक के हिसाब से ठीक नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार ने बिना धनराशि की व्यवस्था के कई प्रोजेक्ट हाथ में ले लिए। साथ ही जयपुर विकास प्राधिकरण पर तीन हजार करोड़ के कर्जे का भार छोड़ दिया।
उन्होंने कहा कि जो भी प्रोजेक्ट महत्वपूर्ण नहीं है, वह सभी प्रोजेक्ट बंद होंगे। रही बात मेट्रो परियोजना के चांदपोल से बड़ीचौपड़ के फेज की तो, यह मार्च 2021 में शुरू हो जायेगी। उन्होंने माना कि प्रदेश सरकार में आर्थिक संकट है और केंद्रीय करो का हिस्सा नहीं मिलने से दिक्कत आ रही है। यूडीएच मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार नीलामी प्रक्रिया के सरलीकरण के कारण हाउसिंग बोर्ड और जमीनों का ऑक्शन कर रही है, जिससे कि राजस्व में बढ़ोत्तरी हो सके।

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