सोमवार, 23 दिसंबर 2019

अल्पसंख्यक पीड़ितों के लिए प्रधानमंत्री मोदी भगवान बनकर आए- शिवराज सिंह चौहान

जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज भाजपा प्रदेश मुख्यालय में प्रबुद्धजन सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि विपक्षी दल वोट बैंक की राजनीति व तुष्टिकरण के कारण देश में आग लगाना चाहते है।

चौहान ने आगे कहा कि देश के विपक्षी दल मैदान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मुकाबला नहीं कर पा रहे हैं, इसलिए देश में भ्रम का माहौल पैदा कर रहे है। जबकि पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश के पीड़ित अल्पसंख्यकों के लिए प्रधानमंत्री मोदी भगवान बनकर आए हैं। शायद इन विपक्षी नेताओं को मासूम शरणार्थियों की बहन-बेटियों की चित्कार से कोई वास्ता नहीं है। 

चौहान ने चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी देश में कम टिकते है और विदेश में ज्यादा रहते है, तो सोनिया गांधी विधेयक पेश होने के समय तो सदन में एक शब्द नहीं बोली, परन्तु कानून बनने के बाद अपना वीडियो जारी कर आग में घी डालने का काम कर रही है।

चौहान ने राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला करते हुए कहा कि राजस्थान देश का ऐसा राज्य है जहां मुख्यमंत्री स्वयं ‘‘शांति मार्च’’ के लिए नेट बंद, मैट्रो बंद, बस बंद व बाजार बंद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जयपुर बंद करवाते समय गहलोत शायद भूल गए कि वे राज्य के मुख्यमंत्री है।

कार्यक्रम के प्रारम्भ में भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि पड़ौसी तीन देशों के शरणार्थियों में सबसे अधिक राजस्थान में है और मुख्यमंत्री गहलोत को राजधर्म निभाते हुए इन शरणार्थियों को नागरिकता देने का कार्य करना चाहिए।

कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी, प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष सुनील कोठारी, विधायक कालीचरण सराफ, अशोक लाहोटी सहित प्रबुद्धजन, पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।

कार्यक्रम के पश्चात् भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से प्रश्न किया कि क्या संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति केन्द्र के कानून को लागू करने से इंकार कर सकता है? देश में कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भय व भ्रम का माहौल पैदा कर रहे है और गहलोत का ‘‘शांति मार्च’’ भी राजस्थान में अशांति फैलाने का प्रयास था। परन्तु राजस्थान की जनता कांग्रेस के झांसे में नहीं आएगी।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें