रविवार, 8 दिसंबर 2019

दिल्ली में भीषण आग का कहर, 43 मजदूर जिंदा भस्म

दिल्ली अग्निकांड के पीड़ितों को 'मुआवजे का मरहम'


दिल्ली के रानी झांसी रोड इलाके में अनाज मंडी इलाके में लगी भीषण आग में अबतक 45 लोगों की मौत हो गई है। इस इमारत में चल रही छोटी-छोटी फैक्ट्रियों में काम करने वाले ज्यादातर मजदूर बिहार और उत्तर प्रदेश के थे। यहां कोई पैकेजिंग का काम करते था तो कोई स्कूली बैग बनाता था। काम करने के बाद मजदूर यहीं पर सो जाते थे। शनिवार को भी वह दिनभर काम की थकान के बाद सो गए थे जिसमें से कई लोग दूसरे दिन की सुबह नहीं देख पाए। प्रशासन फिलहाल मृतकों की पहचान करने में जुटा हुआ है। 

एक कमरे में रहते थे 10-15 लोग

इमारत में काम करने वाले ज्यादातर मजदूर रात में यहीं सो जाते थे। एक-एक कमरे में 10-15 लोग रहा करते थे। दिनभर काम करने के बाद वह थककर जहां जगह मिलती वहीं पर सो जाते थे। रोजी-रोटी कमाने के लिए राजधानी दिल्ली आए ये लोग संकरी गली में मौजूद मकान में बेहद खराब स्थिति में अपने दिन गुजार रहे थे।

रिहायशी इलाके में चल रही थी अवैध फैक्ट्री

रिहायशी इलाके में ये फैक्ट्रियां अवैध तरीके से चल रही थीं। जिसके लिए सभी नियम-कानून को ताक पर रखा गया। आग बुझाने के लिए मौके पर पहुंची दमतल की गाड़ी को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दमकल अधिकारी ने बताया कि अग्निश्मन विभाग से भी अनापत्ति प्रमाणपत्र नहीं लिया गया था। पुलिस इमारत के मालिक को तलाश कर रही है। फिलहाल उसके भाई को हिरासत में लिया गया है।
  
बिहार के थे ज्यादातर मजदूर

इमारत के अंदर लगी आग के कारण अपनी जान गंवाने वाले ज्यादातर मजदूर बिहार के दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर और मुजफ्फरपुर के रहने वाले थे। हालांकि मृतकों को लेकर ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है। 

जो ऊपर थे वह वहीं रह गए

हादसे के प्रत्यक्षदर्शी और दरभंगा के रहने वाले मोहम्मद शाहिद ने बताया कि जब आग लगी वह इमारत के अंदर ही थे। उन्होंने बताया कि मैं सोया हुआ था। सुबह पांच एक व्यक्ति मेरे कमरे में आया और सभी को उठाकर कहा कि नीचे आग लग गई है। हम लोग उठकर नीचे देखने लगे। इतने में आग फैल गई। हम दोबारा ऊपर नहीं आ पाए। जो ऊपर थे वह ऊपर और जो नीचे थे वह नीचे ही रह गए। किसी को दोबारा अंदर जाने का मौका नहीं मिला।

नीतीश ने किया मुआवजे का एलान

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अवैध फैक्ट्री में लगी आग के पीड़ित परिजनों को दो लाख रुपये मुआवजा देने का एलान किया है। यह राशि उन मजदूरों को दी जाएगी जो बिहार से ताल्लुक रखते हैं।

पीएम कोष से दो- दो लाख की सहायता

घटना में मरने वालों और घायलों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मुआवजा राशि देने का एलान किया गया है। मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपए और गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपए की मुआवजा राशि दी जाएगी।

केजरीवाल ने 10 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटनास्थल का दौरा किया। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों के लिए 10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की। केजरीवाल ने इस घटना में झुलसे लोगों के लिए एक लाख रुपये मुआवजा राशि की घोषणा की है। केजरीवाल ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार दोषी को नहीं छोड़ेगी और उन्हें कड़ी सजा मिलेगी।

भाजपा देगी आर्थिक सहायता

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने घटना को दुखद बताते हुए कहा कि जांच पूरी होने तक कुछ नहीं बोलूंगा। मृतकों के परिजनों को पार्टी की तरफ से 5-5 लाख रुपये और घायलों को 25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।

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