जयपुर । कृष्ण की 16 कलाओं और रूपों को देश के 125 युवा और वरिष्ठ कलाकारों के आपसी योगदान से 125 मीटर कैनवास पर साकार किया। इसमें बाल लीला, किशोर लीला, युद्ध लीला, रासलीला और कृष्ण के विभिन्न रूप दर्शाती लाइव पेंटिंग्स मनमोहक लगी। अवसरा रहा दिल्ली की ट्रेडिशनल आर्ट प्रमोशनल सोसाइटी और द आर्ट बॉस की ओर से जवाहर कला केंद्र के शिल्पग्राम में चल रहे पांच दिवसीय आर्ट फिएस्टा का। फिएस्टा संयोजक रमाकांत खंडेलवाल ने बताया कि फिएस्टा के दूसरे दिन शुक्रवार को "इन चैटिंग कृष्णा" थीम पर आयोजित लाइव पेंटिंग ने शहर की कला को नए आयाम दिए। समारोह में इस्कॉन टेंपल के प्रसिडेंट पंचरत्न दास और बलभद्र दास के अलावा एमएलए प्रशांत बैरवा, फिल्म वितरक राज बंसल और राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित दीपा माथुर मौजूद रही।
इंडिगो विंडो रहा खास
वरिष्ठ कलाकार अशोक आत्रेय द्वारा बनाया गया इंडिगो विंडो समारोह में खासा आकर्षण का केंद्र रहा। राजस्थान की विभिन्न किले, महल, गढ़ और हवेलियों की पुरातत्व शैली से कलाकार ने ठनील रंग में खिड़की नुमा सेल्फी प्वाइंट बनाया है। इसमें कला प्रेमियों द्वारा नीली छाप की राजस्थानी पगड़ी पहन कर फोटो खींचना खुशनुमा रहा।
कलाविद आर बी गौतम, शैलेंद्र भट्ट, अशोक, अमित कल्ला, वीरेंद्र बन्नू, शमी बन्नू, संगीता सेनजी और उमाकांत मीणा ने बंबू सिल्क मीडियम पर परंपरागत सांगानेरी हस्तशिल्प कला का शानदार चित्रण किया। इसमें नील रंगो के ब्रश टाई एंड डाई तकनीक का उपयोग करते हुए ब्लॉक प्रिंटिंग उकेरी गई। युवा कलाकार मनाशा खाव्या के मीरा कृष्ण थीम पर बनाए स्केच पोट्रेट और वाटर कलर से कैनवास पर उकेर गए डीप थ्रोट भी खास है।
भजनमय रही फिएस्टा की शाम
इस्कॉन टेंपल के बलभद्र दास और डिवोटिज ने फिएस्टा की लाइव म्यूजिक इवनिंग को भजनमय में बना दिया। संकीर्तन में भारत के विभिन्न प्रांतों से आए कलाकारों ने भी भाग लिया।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें