मध्य प्रदेश के भोपाल रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का निरीक्षण के दौरान एक रेलवे अधिकारी ने प्रसिद्ध लेखक खुशवंत सिंह के उपन्यास ‘वूमेन, सेक्स, लव और लस्ट’ बेचने से रोक दिया और कहा कि ऐसा अश्लील साहित्य नई पीढ़ियों का भविष्य खराब कर सकता है। मीडिया के माध्यम से मैं लोगों को एक संदेश देना चाहता हूं कि वे ऐसे साहित्य से दूर रहें।
रेलवे बोर्ड की यात्री सेवा समिति (पीएससी) के अध्यक्ष रमेश चंद्र रत्न ने बुधवार को भोपाल रेलवे स्टेशन पर निरीक्षण के दौरान एक किताब विक्रेता को प्रसिद्ध लेखक खुशवंत सिंह के उपन्यास ‘वूमेन, सेक्स, लव और लस्ट’ बेचने से रोक दिया और कहा कि ऐसा अश्लील साहित्य नई पीढ़ियों का भविष्य खराब कर सकता है।
भोपाल रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का निरीक्षण करने के दौरान रमेश चंद्र रत्न ने बुक स्टॉल पर लेखक खुशवंत सिंह के उपन्यास और गर्भावस्था के दौरान निवारक उपाय के अलावा कुछ और पुस्तकों की बिक्री पर आपत्ति प्रकट की और स्टॉल संचालक को चेतावनी दी।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘अधिकारियों को भी इसके लिये सचेत किया और निर्देशित किया है कि अश्लील चीजें किसी बुक स्टॉल पर नहीं मिलने दें। हम कोई चीज ऐसी नहीं चलने देना चाहते हैं जिससे नई पीढ़ी को कोई आघात पहुंचे।’
उन्होने भोपाल रेलवे स्टेशन की स्वच्छता और यात्री सुविधाओं का निरीक्षण करने के बाद संतोष व्यक्त किया।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, उन्होंने स्टॉल संचालक को चेतावनी भी दी कि अगर भविष्य में ऐसा साहित्य बेचते हुए देखा तो जुर्माना लगाया जाएगा।
यह पूछे जाने पर कि अगर ये किताबें किसी मशहूर लेखक की हों तो उन्होंने कहा, ‘देखिए, लेखक चाहे जो हो…मैं आप सभी को यह बता देना चाहता हूं कि कानून के अनुसार यहां इसे बेचे जाने की मंजूरी नहीं है। यह रेलवे का स्टाल है जो कि एक सिस्टम से चलता है।’
रत्न ने आगे कहा, ‘मीडिया के माध्यम से मैं लोगों को एक संदेश देना चाहता हूं कि वे ऐसे साहित्य और ऐसी तस्वीरों से दूर रहें। यह हमारी बहनों और बेटियों को अपमानित करने वाली हैं। परिवारों में एक सिस्टम होता है। इसके लिए सिनेमा हाल है। रेलवे परिसर में में ऐसी चीजें प्रतिबंधित हैं क्योंकि यहां एक सिस्टम है।’औरतें, सेक्स, लव और लस्ट
उन्होंने कहा, ‘हम नई पीढ़ियों का भविष्य नहीं खराब करना चाहते हैं। चेतन भगत भी देशभर में मशहूर लेखक हैं।’
दो महीने पहले नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर निरीक्षण करने के दौरान अधिकारियों ने इसी आधार पर परिसर में स्थित एक स्टाल पर चेतन भगत के उपन्यास हाफ गर्लफ्रेंड को बेचे जाने पर भी आपत्ति जताई थी।

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