भारत आईएमडी की विश्व प्रतिभा रैंकिंग की नवीनतम सूची में छह पायदान फिसलकर 59वें नंबर पर पहुंच गया है। इसका कारण जीवन गुणवत्ता और शिक्षा में खर्च पर कमी है। सूची में स्विट्जरलैंड पहले स्थान पर कायम है।
यह रैंकिंग तीन प्रमुख श्रेणियों के प्रदर्शन पर आधारित हैं, जिसमें निवेश व विकास, लोगों के बीच उसकी अपील और तत्परता शामिल है। गुणवत्तापूर्ण जीवन में कमी, प्रतिभाओं को आकर्षित करने और उन्हें बनाए रखने में अर्थव्यवस्था की कम प्राथमिकता की वजह से भारत की स्थिति में गिरावट आई है।
ब्रिक्स देशों में भी भारत पिछड़ गया है। सूची में चीन 42वें, रूस 47वें और दक्षिण अफ्रीका 50वें स्थान पर है। आईएमडी बिजनेस स्कूल स्विट्जरलैंड व सिंगापुर के वरिष्ठ अर्थशास्त्री जोस कैबलेरो ने कहा कि भारत की रैंकिंग में गिरावट के कई कारक रहे हैं।
इसमें प्रति छात्र की शिक्षा पर खर्च और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा शामिल है। यह जीडीपी वृद्धि से जुड़ा है। कुछ और भी मुद्दे हैं, जो जीडीपी को प्रभावित करते हैं। जैसे प्रभावी स्वास्थ्य व्यवस्था और श्रम बल में महिलाओं का योगदान।
सिंगापुर शीर्ष दस देशों में
स्विट्जरलैंड के बाद डेनमार्क दूसरे और स्वीडन तीसरे स्थान पर है। इसके बाद ऑस्ट्रिया, लक्जमबर्ग, नार्वे, आइसलैंड, फिनलैंड, नीदरलैंड्स और सिंगापुर का नंबर है। सिंगापुर ने तीन पायदान की छलांग लगाई है।

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