मंगलवार, 26 नवंबर 2019

भाजपा ने मनाया ‘‘70वां संविधान दिवस’’


जयपुर । संविधान दिवस पर आज मंगलवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां ने जयपुर शहर के कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आजादी के बाद नये भारत की, महापुरूषों की कल्पना, उन कल्पनाओं से उपजा हुआ दुनिया का सर्वश्रेष्ठ संविधान भारत का संविधान है। मैं बड़ी श्रद्धा से उन तमाम शहीदों को जिन्होंने मुगलों से संघर्ष किया, जिन्होंने अंग्रेजों से संघर्ष किया और आज एक आजाद भारत में खुली सांस लेने वाले हम सब लोग उन नाम और अनाम शहीदों के ऋणी है, जिनके बूते पर एक नया हिन्दुस्तान खड़ा हुआ है।

डाॅ. पूनियां ने कहा कि हिन्दुस्तान का लोकतंत्र दुनिया में भारत की सबसे बड़ी ताकत है और सबसे बड़ी खूबी है। इस लोकतंत्र की पृष्ठ भूमि से ही 70 वर्षों पहले भारत के संविधान को हमने अंगीकार किया, अधिनियमित किया और आत्मार्पित किया और इसलिए लोकतंत्र के बाद हम लोग सनातनी लोग है। भगवान राम, भगवान कृष्ण और ऐसे महाकाव्य रामायण, महाभारत और भगवद्गीता में भरोसा रखने वाले हम सब लोकतंत्र के इस मन्दिर में उन भक्तों की तरह संविधान का भी उतना ही आदर करते है, इसलिए लगता है कि आधुनिक भारत के लोकतंत्र के मन्दिर की कोई गीता है तो भारत का संविधान है, जिसने भारत को ताकत दी है। इस अध्यात्म, धर्म, संस्कृति इतिहास की विरासत की धरती पर यूं तो लोकतंत्र हम बहुत पहले जीते थे, लेकिन बदलते काल के साथ एक अच्छा संविधान इस देश के लोकतंत्र को मिले, इसलिए संविधान का निर्माण आवश्यक था। दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र और उस लोकतंत्र में सबसे उत्कृष्ट कोई संविधान है तो भारत का संविधान है, जिस पर हम सब गर्व कर सकते है। अधिकार और कर्तव्य जिनका बयां संविधान में हुआ, संविधान के वो तमाम अनुच्छेद और अनुसूचियां जो भारत के लोकतंत्र को, भारत के नागरिकों को ताकत देते हैं, भारत का संविधान भारत के नागरिकों को ना केवल अपने मौलिक अधिकारों के प्रति सजग बनाता है, बल्कि देश के नागरिकों को देश की सुरक्षा, सम्प्रभुता, एकता, अखण्डता, सभी धर्मों, मनुष्यों, पर्यावरण के प्रति उनके कर्तव्यों की भी याद दिलाता है। देश के संविधान में आज 465 अनुच्छेद तथा 12 अनुसूचियां है, जो कि 22 भागों में विभक्त है। जो कि मूल संविधान में आवश्यकता के अनुरूप संशोधन कर देश की अक्षुण्णता को बनायें रखने के लिए, ऐसे सौ से भी ज्यादा संशोधन संविधान में किये गये है।

प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. पूनियां ने कहा कि ‘‘नेशन फस्र्ट, पार्टी नेक्स्ट, सेल्फ लास्ट, देश पहले, दल बाद में और सबसे बाद में हम।’’ मैं समझता हूं कि आज के दिन देश की गीता, देश का उत्कृष्ठ संविधान यह हमारा एक प्रकाश स्तम्भ जैसा है। जिसको अक्षुण्ण रखना, जिसके पीछे चलना, जिसका आदर और सम्मान करना, यह हम सबका कर्तव्य है। आज के दिन संविधान दिवस के अवसर पर मैं आप सबको बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं, बधाई देता हूं। जय हिन्द-जय भारत।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें