सोमवार, 18 नवंबर 2019

हमारे देश में एक लंबा कालखंड ऐसा था जब विपक्ष जैसा कुछ खास नहीं था

संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया, जो 13 दिसंबर तक चलेगा। संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में कार्यवाही शुरू हो गयी है।  एक तरफ  जहां सत्ताधारी बीजेपी पिछले सत्र की तरह इस बार भी अपना वर्चस्व बनाए रखने की कोशिश करेगी, वहीं विपक्षी दलों की कोशिश है कि सरकार को जनता से जुड़े मुद्दों पर घेरा जाए।  हर अपडेट लाइव....

- पीएम नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में एनसीपी और बीजेडी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि उनके सांसद कभी वेल में नहीं जाते हैं और ऐसा नियम उन्होंने खुद के लिए बनाया है। अटल विहारी वाजपेयी जी ने 2003 में राज्यसभा के 200वें सत्र के दौरान कहा था कहा था, किसी को भी हमारे सेकंड हाउस को सेकंडरी हाउस बनाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। 

- पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि भारत विविधताओं से भरा हुआ है और हमें राष्ट्रीय दृष्टिकोण से ओझल नहीं होना है। हमारे संविधान निर्माताओं ने हम लोगों को जो दायित्व दिया है, हमारी प्राथमिकता है कल्याणकारी राज्य लेकिन उसके साथ हमारी जिम्मेदारी है राज्यों का भी कल्याण। राज्य और केंद्र मिल करके देश को आगे बढ़ा सकते हैं।

- हमारे देश में एक लंबा कालखंड ऐसा था जब विपक्ष जैसा कुछ खास नहीं था।  उस समय शासन में बैठे लोगों को इसका बड़ा लाभ भी मिला। लेकिन उस समय भी सदन में ऐसे अनुभवी लोग थे जिन्होंने शासन व्यवस्था में निरंकुशता नहीं आने दी। ये हम सबके लिए स्मरणीय है।  इस सदन का एक और लाभ भी है कि हर किसी के लिए चुनावी अखाड़ा पार करना बहुत सरल नहीं होता है, लेकिन देशहित में उनकी उपयोगिता कम नहीं होती है, उनका अनुभव, उनका सामर्थ्य मूल्यवान होता है। 

- पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि हमारे देश में एक लंबा कालखंड ऐसा था जब विपक्ष जैसा कुछ खास नहीं था। उस समय शासन में बैठे लोगों को इसका बड़ा लाभ भी मिला। लेकिन उस समय भी सदन में ऐसे अनुभवी लोग थे जिन्होंने शासन व्यवस्था में निरंकुशता नहीं आने दी। ये हम सबके लिए स्मरणीय है।


- पीएम मोदी ने कहा कि राज्यसभा का फायदा है कि यहां वैज्ञानिक, कलाकार और खिलाड़ी जैसे तमाम व्यक्ति आते हैं जो लोकतांत्रिक तरीके से चुने नहीं जाते हैं। बाबा साहेब इसके सबसे बड़े उदाहरण हैं। वे लोक सभा के लिए नहीं चुने जा सके लेकिन वे राज्यसभा पहुंचे। बाबा साहेब अंबेडकर के कारण देश को बहुत कुछ प्राप्त हुआ।


पीएम मोदी ने कहा कि इस सदन के दो पहलू खास हैं स्थायित्व और विविधता। स्थायित्व इसलिए महत्वपूर्ण है कि लोकसभा तो भंग होती रहती है लेकिन राज्य सभा कभी भंग नहीं होती। विविधता इसलिए महत्वपूर्ण है कि क्योंकि यहां राज्यों का प्रतिनिधित्व प्राथमिकता है।

- पीएम मोदी ने कहा कि राज्यसभा के 250वें सत्र में शामिल होना मेरा सौभाग्य है। संसद भारत की विकास यात्रा का प्रतिबिंब है। 250 सत्र ये अपने आप में समय व्यतीत हुआ ऐसा नहीं है। एक विचार यात्रा रही। समय बदलता गया, परिस्थितियां बदलती गई और इस सदन ने बदली हुई परिस्थितियों को आत्मसात करते हुए अपने को ढालने का प्रयास किया। सदन के सभी सदस्य बधाई के पात्र हैं।



- पीएम मोदी ने कहा कि राज्यसभा के 250वें सत्र में शामिल होना मेरा सौभाग्य है। संसद भारत की विकास यात्रा का प्रतिबिंब है। 250 सत्र ये अपने आप में समय व्यतीत हुआ ऐसा नहीं है। एक विचार यात्रा रही। समय बदलता गया, परिस्थितियां बदलती गई और इस सदन ने बदली हुई परिस्थितियों को आत्मसात करते हुए अपने को ढालने का प्रयास किया। सदन के सभी सदस्य बधाई के पात्र हैं।

-  पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत में राज्यसभा में योगदान देने वालों का अभिनंदन किया। उसके बाद उन्होंने कहा कि सदन ने बदले हालात में खुद को ढालने की कोशिश की। बोले- मेरे लिए सौभाग्य का विषय है कि इस महत्वपूर्ण अवसर का साक्षी बनना का मुझे मौका मिला है।इस सदन ने कई ऐतिहासिक पल देखें है और इतिहास बनाया भी है। इतना ही नहीं जरूरत पड़ने पर इतिहास को मोड़ने में भी सफलता पायी है ।


- दोपहर दो बजे राज्यसभा की कार्यवाही वापस शुरू हुई। सभापति वेंकैया नायडू ने सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्यसभा के 250वें सत्र का हिस्सा होना एक बड़ी बात है। मैं आप लोगों को बधाई देता हूं।


- मीनाक्षी लेखी और मनोज तिवारी के बाद केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने दिल्ली में प्रदूषित पानी पर चर्चा को आगे बढ़ाते हुए कहा कि हमने पानी की जांच करवाई और सारे सैंपल फेल हो गए। आप नेताओं को भी बुलवाया लेकिन वे लगातार कहते रहे कि हमारा पानी शुद्ध है। सब जगह स्वच्छ पानी मिलना चाहिए। 3 अक्टूबर को हमने बैठक बुलवाई थी और देश भर में एक महीने के भीतर पानी की जांच करने की बात कही। 21 प्रदेशों की जांच हुई जिसमें सबसे अच्छा मुंबई और सबसे खराब पानी दिल्ली का निकला।

- बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने दिल्ली-एनसीआर में फैले वायु प्रदूषण का मुद्दा सदन में उठाते हुए कहा कि राज्य सरकारें एकदूसरे पर ब्लेम गेम खेल रही हैं। दिल्ली की एमसीडी को केन्द्र सरकार द्वारा कई करोड़ रुपये दिए गए। लेकिन फिर भी दिल्ली में एक्यूआई लेवल 600-700 के आसपास बना हुआ है। स्कूल बंद करने पड़े. इस वजह से बच्चों को घरों में कैद रहना पड़ा। दिल्ली की सड़कें सुनसान हो गईं।

- जम्मू-कश्मीर की स्थिति और फारुक अब्दुल्ला की नजरबंदी पर हंगामे के बाद प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने लोकसभा से वॉक आउट कर लिया है. इससे पहले शिवसेना के सांसद भी सदन की कार्यवाही छोड़ बाहर जा चुके हैं।


-  संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन लोकसभा की कार्यवाही प्रारंभ होते ही हंगामा शुरू हो गया। जम्मू-कश्मीर की स्थिति को लेकर कांग्रेस तथा महाराष्ट्र में किसानों की स्थिति को लेकर शिवसेना के सदस्यों ने अलग अलग मुद्दों को लेकर सदन में नारेबाजी की। सदन की कार्यवाही राष्ट्रगान की धुन बजाये जाने के साथ शुरू हुई। इसके बाद चार नए सदस्य। प्रिंस राज, हिमाद्री सिंह, श्रीनिवास दादा पाटिल और डीएम काथिर आनंद को शपथ दिलाई गयी। 

- प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष लगातार नारेबाजी कर रहा है और हंगामा करने की कोशिश कर रहा है। विपक्ष की तरफ से लोकसभा में "तानाशाही बंद करो। तानाशाही नहीं चलेगी। झूठे केस बंद करो" जैसे नारे लगाए जा रहे हैं। लोकसभा स्पीकर कई बार उनसे शांत रहने की अपील कर चुके हैं।




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