.196 स्थानीय निकायों के 10 मेयर, 34 सभापति, 152 पालिकाध्यक्षों की आरक्षण लॉटरी निकली
.20 साल बाद जयपुर में निकाय प्रमुख का पद ओबीसी महिला के लिए आरक्षित
.9 बड़े दावेदार बाहर, जयपुर निगम में अब तक 2 बार महिला मेयर बनी हैं
.20 साल बाद जयपुर में निकाय प्रमुख का पद ओबीसी महिला के लिए आरक्षित
.9 बड़े दावेदार बाहर, जयपुर निगम में अब तक 2 बार महिला मेयर बनी हैं
जयपुर । प्रदेश के तीन बड़े शहराें जयपुर, जाेधपुर और काेटा में दाे-दाे नगर निगम और दाे-दाे मेयर बनाने के फैसले के दाे दिन बाद रविवार शाम प्रदेश के सभी 196 स्थानीय निकायाें के प्रमुखाें की लाॅटरी निकाली गई। निकाय प्रमुखाें में 10 मेयर, 34 सभापति और 152 नगरपालिका अध्यक्ष शामिल हैं। सातों संभाग मुख्यालयों के 10 नगर निगमों में 10 मेयर में से 7 महिलाएं बनेंगी।
सामान्य वर्ग के नाम केवल तीन शहरों के चार मेयराें की लाॅटरी निकली, लेकिन इनमें सामान्य पुरुष का एक ही मेयर काेटा दक्षिण में रहेगा, जबकि जाेधपुर के दाेनाें तथा बीकानेर निगम की तीन सीटें सामान्य महिलाओं के लिए आरक्षित रहेंगी। सभी 10 में से 6 मेयर की लाॅटरी आरक्षित वर्ग के नाम निकली। इनमें से 3 सीटें ओबीसी और 3 एससी वर्ग के नाम रही।
आरक्षित वर्ग की 6 सीटाें में से 2 अाेबीसी और 2 एससी की महिलाओं के लिए हैं। जयपुर के दोनों नगर निगम की लाॅटरी ओबीसी महिला के नाम निकली। अजमेर और कोटा उत्तर मेयर की लाटरी एससी महिला के नाम और भरतपुर मेयर की लाॅटरी
जयपुर सहित तीनों बड़े शहरों के दो-दो मेयर की लाॅटरी एक ही श्रेणी की निकलने से कई नेताओं के अरमानों पर फिरा पानी
जयपुर के वर्तमान महापौर विष्णु लाटा सहित कई शहरों के वर्तमान महापौर, सभापति, पालिकाध्यक्ष और कमिश्नर आदि लाटरी प्रक्रिया देखने जयपुर सुबह से जुटे थे। करीब पांच बजे जैसे ही रुझान आने लगे तो पहला रुझान अजमेर का एससी महिला के नाम खुला। इसके बाद आस जयपुर पर टिकी। जैसे ही जयपुर के हैरिटेज निगम और ग्रेटर जयपुर निगम की लाटरी ओबीसी महिला के नाम खुली तो महापौर लाटा सहित कई स्थानीय सरकारों के नेता रवाना हो गए। ज्यादातर का कहना था कि लाटरी ने अरमानों पर पानी फेर दिया।
सीएम के शहर जोधपुर के दोनों निगमों की लाटरी निकली तो भी सामान्य पुरुष की जगह दोनों सीटें सामान्य महिला के नाम निकलते ही जोधपुर के नेता भी रवाना हो गए। लाटरी स्वायत्त शासन सचिव भवानीसिंह देथा ने निकलवाई। कुछ ने उन पर ओबीसी के होने और सबसे पहले ज्यादातर की ओबीसी की लाटरी निकलवाने का भी आरोप लगाया। लाॅटरी शुरू हाेते ही सीपीएम औंर अन्य पार्टियों के नेताओं के प्लेट नहीं लगे होने से दो नेता गुस्सा गए और उन्होंने सचिव देथा को भली-बुरी सुनाते हुए आरोप लगाया कि देथा खुद ओबीसी से हैं, इसलिए बड़े शहरों और शुरुआती ज्यादातर निकायों की लॉटरी ओबीसी के नाम निकाली गई।
प्रदेश में 196 निकायों का गणित एक नजर में
सामान्य 121 इनमें महिला 41
एससी 30 इनमें महिला 9
ओबीसी 39 इनमें महिला 13
एसटी 6 इनमें महिला 2
संभाग सामान्य सामा. महिला
जयपुर 32 11
अजमेर 21 7
जोधपुर 17 6
कोटा 11 4
बीकानेर 20 7
भरतपुर 9 3
उदयपुर 11 3
7 संभाग मुख्यालय के अलावा 26 जिलाें में यह स्थिति
स्थानीय निकाय श्रेणी
अलवर नगर परिषद सामान्य ओपन
बाड़मेर नगर परिषद ओबीसी ओपन
पाली ओबीसी महिला
जालौर एससी
चूरू ओबीसी महिला
श्रीगंगानगर सामान्य महिला
हनुमानगढ़ सामान्य ओपन
करौली सामान्य महिला
धौलपुर सामान्य महिला
सवाई माधोपुर एससी
बारां एससी महिला
झुंझुन सामान्य महिला
दौसा सामान्य महिला
डूंगरपुर एसटी
बूंदी सामान्य महिला
झालावाड़ सामान्य पुरुष
प्रतापगढ़ ओबीसी महिला
राजसमंद ओबीसी पुरुष
चित्तौड़गढ़ नगर परिषद सामान्य ओपन
बांसवाड़ा नगर परिषद सामान्य ओपन
सीकर नगर परिषद सामान्य ओपन
जैसलमेर नगर परिषद सामान्य ओपन
सिरोही नगर परिषद सामान्य ओपन
भीलवाड़ा सामान्य
टोंक सामान्य
नागौर सामान्य महिला
जयपुर जिला : 12 निकाय, 5 महिला, 5 सामान्य, 1 एससी व 1 ओबीसी
स्थानीय निकाय श्रेणी
चाकसू एससी
कोटपूतली सामान्य महिला
शाहपुरा ओबीसी
विराटनगर सामान्य महिला
किशनगढ़ रेनवाल सामान्य
चौमू सामान्य
सांभरलेक सामान्य
फुलेरा सामान्य महिला
जोबनेर सामान्य
बगरू सामान्य

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