शुक्रवार, 18 अक्टूबर 2019

सरकारी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों से युवा उद्यमी प्रतिभाओं को तराशा जाएगा

जयपुर। प्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की शासन सचिव मुग्धा सिन्हा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के युवा उद्यमियों को रोजगार के बेहतर अवसर मिल सके इसके लिए प्रदेश के सरकारी कृषि विश्वविद्यालयों, अभियांत्रिकी महाविद्यालयों, चिकित्सा महाविद्यालयों एवं महिला महाविद्यालयों में नवम्बर से दिसम्बर माह में रूरल टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेशन के तहत कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। 

सिन्हा ने शुक्रवार को शासन सचिवालय में विज्ञान प्रौद्योगिकी, तकनीकी शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा एवं स्टार्टअप से जुडे़ अधिकारियों की बैठक में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकारी महाविद्यालयों में ग्रामीण क्षेत्रों की युवा प्रतिभाओं की कमी नही है और उन्हें मौका देने व उनके नवाचारों का आगे लाने के लिए सरकार की ओर से एक प्लेटफार्म देने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे होने वाले कार्यक्रमों के माध्यम से उन्हें रोजगार के बेहतर अवसरों से जोड़ने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे विशेष आइडियाज के द्वारा उन्हें स्टार्टअप से जोड़कर विभिन्न निवेशकों के माध्यम से समाज में बदलाव की राह प्रस्तुत की जाएगी।

उन्होंने कहा कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, सूचना प्रौद्योगिकी, तकनीकी शिक्षा एवं चिकित्सा शिक्षा जैसे विभागों में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के माध्यम से क्रियान्विति की जा रही विभिन्न योजनाओं को समायोजित किया जाएगा ताकि एक ही प्लेटफार्म के माध्यम से योजनाओं की क्रियान्विति तीव्र गति से संभव हो सके तथा पात्र विद्यार्थियों तक योजना का लाभ शीघ्र पहुंच सके।


शासन सचिव ने कहा कि संभागवार भी अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित कर युवा, वैज्ञानिकों एवं महिला प्रतिभाओं को तराशा जाएगा इसके लिए संबंधित विभागों को अक्टूबर के अंत तक एक्शन प्लान तैयार करने के निर्देश दे दिए गए है। उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से कार्यक्रम आयोजित करने के लिए आर्थिक एवं तकनीकी सहायता भी प्रदान की जाएगी। सिन्हा ने कहा कि वर्तमान समय में स्टार्टअप इनोवेशन का एक बेहतर माध्यम है और जो विद्यार्थी इससे जुड़ना चाहेंगे, उनके नवाचारों को आगे लाया जाएगा।

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