गुरुवार, 8 अगस्त 2019

65 वर्षों में कितने लोगों को भारत रत्न से नवाजा गये

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद  तीन शख्सियतों को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित करेंगे। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, राजनीतिज्ञ नानाजी देशमुख और गायक भूपेन हजारिका को यह सम्मान दिया जाएगा। यह सम्मान देश में कला, साहित्य, वित्रान, खेल, सार्वजनिक सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए दिया जाता है।

इस सम्मान की शुरुआत जनवरी 1954 में तत्कालीन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद द्वारा की गई थी। पहला भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णण को दिया गया था।  क्या आपको पता है कि इन 65 वर्षों में कितने लोगों को यह सम्मान दिया जा चुका है?  भारत रत्न से सम्मानित सभी शख्सियतों  उन्हें किस साल भारत रत्न से नवाजा गया।

वर्ष 1954

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन - भारत के दूसरे राष्ट्रपति थे। चक्रवर्ती राजगोपालाचारी - स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और अंतिम गवर्नर जनरल थे। डॉ. चन्द्रशेखर वेंकट रमन - नोबेल पुरस्कार विजेता और भौतिकशास्त्री थे।

वर्ष 1955

डॉ. भगवान दास - स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और लेखक थे। सर डॉ. मौक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या - सिविल इंजीनियर और मैसूर के दीवान थे। पं. जवाहरलाल नेहरू - देश के प्रथम प्रधानमंत्री, लेखक और स्वतंत्रता सेनानी थे।

वर्ष 1957

गोविंद वल्लभ पंत - स्वतंत्रता सेनानी, उप्र के पहले मुख्यमंत्री और देश के दूसरे गृहमंत्री थे।
डॉ. धोंडो केशव कर्वे - शिक्षक और समाज सुधारक थे।

वर्ष 1958

डॉ. बिधान चन्द्र राय - चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री थे।

वर्ष 1961

पुरुषोत्तम दास टंडन - स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और शिक्षक थे। डॉ. राजेन्द्र प्रसाद - देश के प्रथम राष्ट्रपति, स्वतंत्रता सेनानी और विधिवेत्ता थे।

वर्ष 1963

डॉ. जाकिर हुसैन - देश के तीसरे राष्ट्रपति थे। डॉ. पांडुरंग वामन काणे - भारतविद और संस्कृत के विद्वान थे।

वर्ष 1966

लाल बहादुर शास्त्री - देश के तीसरे प्रधानमंत्री और स्वतंत्रता सेनानी।

वर्ष 1971

इंदिरा गांधी - देश की चौथी प्रधानमंत्री।

वर्ष 1975

वराहगिरी वेंकट गिरी - देश के चौथे राष्ट्रपति और श्रमिक संघवादी थे।

वर्ष 1976

के. कामराज - स्वतंत्रता सेनानी और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री थे।

वर्ष 1980

मदर टेरेसा - नोबेल पुरस्कार विजेता, कैथोलिक नन और मिशनरीज़ संस्थापक थीं।

वर्ष 1983

आचार्य विनोबा भावे - स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और समाज सुधारक।

वर्ष 1987

खान अब्दुल गफ्फार खान - स्वतंत्रता सेनानी थे।

वर्ष 1988

मरुदुर गोपाला रामचन्दम - अभिनेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री थे।

वर्ष 1990

डॉ. भीमराव अम्बेडकर - भारतीय संविधान के वास्तुकार, राजनीतिज्ञ और अर्थशास्त्री थे। नेल्सन मंडेला - नोबेल पुरस्कार विजेता और रंगभेद विरोधी आंदोलन के नेता थे।

वर्ष 1991

राजीव गांधी - देश के सातवें प्रधानमंत्री। सरदार वल्लभ भाई पटेल - देश के पहले गृहमंत्री और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी। मोरारजी भाई देसाई - देश के पांचवें प्रधानमंत्री और स्वतंत्रता सेनानी थे।

वर्ष 1992

मौलाना अबुल कलाम आजाद - देश के प्रथम शिक्षा मंत्री और स्वतंत्रता सेनानी। जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा - देश के जाने माने उद्योगपति। सत्यजीत रे - फिल्म निर्माता और निर्देशक।

वर्ष 1997

एपीजे अब्दुल कलाम - देश के 11वें राष्ट्रपति और वैज्ञानिक। गुलजारीलाल नंदा - स्वतंत्रता सेनानी थे और दो बार के कार्यवाहक प्रधानमंत्री। अरुणा आसिफ अली - स्वतंत्रता संग्राम सेनानी।

वर्ष 1998

एमएस सुब्बालक्ष्मी - शास्त्रीय संगीत गायिका। सी. सुब्रमण्यम - स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और कृषि मंत्री। जयप्रकाश नारायण - स्वतंत्रता सेनानी और राजनीतिज्ञ।

वर्ष 1999

पंडित रविशंकर - सितार वादक।  अमर्त्य सेन - नोबेल पुरस्कार विजेता और अर्थशास्त्री।
गोपीनाथ बोरदोलोई - स्वतंत्रता सेनानी और असम के मुख्यमंत्री।

वर्ष 2001

लता मंगेशकर - गायिका हैं। उस्ताद बिस्मिल्ला खां - शहनाई वादक।

वर्ष 2008

पंडित भीमसेन जोशी - शास्त्रीय गायक।

वर्ष 2014

सचिन तेंडुलकर - भारतीय क्रिकेटर। सीएनआर राव - जाने-माने वैज्ञानिक व केमेस्ट्री के विशेषज्ञ। अटल बिहारी वाजपेयी - राजनेता, देश के 10वें प्रधानमंत्री, कवि और पत्रकार। पं. मदनमोहन मालवीय - शिक्षाविद और समाज सुधारक मदनमोहन मालवीय।

वर्ष 2019

प्रणब मुखर्जी : पूर्व राष्ट्रपति और राजनेता
नानाजी देशमुख : भारतीय समाजसेवी और जनसंघ नेता
भूपेन हजारिका : गायक

 भारत रत्न पाने वाले पहले विदेशी नागरिक अब्दुल गफ्फार खान और दूसरे अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला रहे। वर्ष 2019 की सूची मिलाकर अब तक कुल 48 लोगों को भारत रत्न से नवाजा जा चुका है।

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