रविवार, 30 जुलाई 2017

लोकतंत्र को ध्वस्त करने में कांग्रेस की भी बाप निकली भाजपा

अनैतिकता और लोकतंत्र का उपहास उड़ाने का कार्य पिछले 60 साल से कांग्रेस करती आई, भाजपा उसकी भी बाप निकली । उसने नैतिकता के तमाम मूल्यों को धता बताते हुए उस नीतीश कुमार का साथ दिया है जिन्होंने भाजपा को नाग से भी जहरीली पार्टी का प्रमाणपत्र दिया था ।
दरअसल पिछले काफी दिनों से लालू से छुटकारा पाने के लिए गहरी साजिश रची जा रही थी । अब तो यह भी साफ होगया है कि लालू परिवार पर मारे गए छापे राजनैतिक षड्यंत्र के अलावा कुछ नही था । कल तक जो सुशील मोदी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखे हमले कर रहे थे, आज वही मोदी सत्ता की कुर्सी हासिल करने के लिए नीतीश कुमार की गोद मे जा बैठे । नैतिकता तो तब होती, जब सुशील मोदी कुर्सी पर बैठने के लिए इनकार कर देते । लेकिन कुर्सी के लिए भाजपा जो घटिया और ओछे हथकंडे अपना रही है, उनसे पर्दा उठ चुका है और मि. क्लीन नीतीश कुमार का कालिख पुता चेहरा भी जनता के सामने आ चुका है । वह दिन दूर नही जब शरद यादव केंद्र में प्रभावशाली मंत्री होंगे ।
भाजपा अगर कांग्रेस के अच्छे कार्यो का अनुशरण करती तो यह देश और खुद के लिए भी बेहतर होता । लेकिन सत्ता की भूख ने भाजपा की मानसिक स्थिति का बेड़ा गर्क कर दिया है । विकास के बजाय भाजपा केवल अपने विस्तार के लिए लोकतंत्र की सभी मर्यादा को ध्वस्त करती आ रही है । भाजपा को यह नही भूलना चाहिए कि अपने कुकर्मो के कारण देश की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस आज हाशिये पर है । अगर भाजपा इसी रास्ते पर चलती रही तो उसे भी रोने के लिए मजदूर नहीं मिलेंगे । जो भक्त आज अंधे होकर भाजपा का गुणगान कर रहे है, कल वे सफेद कुर्ता और पायजामा पहने कांग्रेस की जय जयकार करते दिखाई देंगे । अहंकार तो रावण का भी चकनाचूर होगया था । फिर भाजपा किस खेत की मूली है ?

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