शनिवार, 4 नवंबर 2017

कांग्रेस पार्टी राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति करने जा रही है

कांग्रेस पार्टी राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति करने जा रही है। इस सिलसिले में सारी कवायद हो गई है और नाम भी लगभग तय कर लिए गए हैं। पार्टी के जानकार नेताओं का कहना है कि लगभग सभी राज्यों में नए नेताओं को कमान मिलेगी। एकाध राज्यों में पुराने और उम्रदराज नेता अध्यक्ष बन सकते हैं, लेकिन वह भी परिस्थितियों पर निर्भर करता है। बाकी राज्यों के लिए नए और अपेक्षाकृत युवा नेताओं के नाम पर सहमति बनी है।
राज्यों में अध्यक्ष नियुक्त करने का फैसला हिमाचल प्रदेश और गुजरात के विधानसभा चुनाव नतीजों से पहले होगा या बाद में इस बारे में पक्के तौर पर नहीं बताया जा रहा है। असल में कई चीजें एक साथ होने की वजह से भी बहुत कंफ्यूजन बना है। कांग्रेस के संगठन चुनाव हो गए हैं और राहुल को अध्यक्ष बनाना है, उसी बीच दो राज्यों के चुनाव प्रचार हैं और इसके साथ ही चर्चा है कि केंद्र सरकार इस बार नवंबर में ही एक हफ्ते या दस दिन के लिए संसद का शीतकालीन सत्र बुला कर औपचारिकता पूरी करना चाहती है। इसी वजह से संगठन के कई काम रूके पड़े हैं।
बहरहाल, कांग्रेस के जानकार सूत्रों के मुताबिक मध्य प्रदेश में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया में से पलड़ा सिंधिया के पक्ष में झुकता दिख रहा है। राजस्थान में विधानसभा चुनाव तक सचिन पायलट अध्यक्ष बने रहेंगे। बिहार में पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश सिंह को प्रदेश कांग्रेस की कमान मिलने की पूरी संभावना है। उत्तर प्रदेश में राज बब्बर को हटा कर जितिन प्रसाद को अध्यक्ष बनाया जा सकता है। हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा को अध्यक्ष बनाया जा सकता है, लेकिन उससे पहले हिमाचल प्रदेश के चुनाव नतीजों पर नजर है, जहां उन्हीं की तरह के क्षत्रप वीरभद्र को पार्टी ने कमान सौंपी है। उधर पश्चिम बंगाल में भी अधीर रंजन चौधरी की विदाई होगी और ममता बनर्जी के प्रति सद्भाव रखने वाले किसी नेता को अध्यक्ष बनाया जाएगा। झारखंड में भी सुखदेव भगत की जगह नया चेहरा आएगा।

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