बिहार में एक और घोटाला सामने आया है। नया घोटाला पीएचईडी विभाग के तहत बनने वाले शौचालयों में हुआ है। पटना जिले में 10 हजार शौचालय बनने की बात कही गई है, लेकिन शौचालय कहां-कहां बने इसका कोई लेखा-जोखा नहीं है। शौचालय निर्माण का पैसा लाभुकों को मिला या नहीं इसकी भी कोई जानकारी नहीं है।अब तक 13 करोड़ की अनियमितता सामने आई है। रकम और बढ़ने की उम्मीद है। मिली जानकारी के अनुसार शौचालय बनाने का पैसा लाभुकों को सीधे खाते में भेजने के बजाय पीएचईडी ने तीन एनजीओ के खातों में ट्रांसफर कर दी।
घोटाला सामने आने के बाद पटना के डीएम संजय अग्रवाल ने पीएचईडी के तत्कालीन कार्यपालक अभियंता विनय कुमार सिन्हा, लेखपाल और तीन एनजीओ के खिलाफ गांधी मैदान थाने में मामला दर्ज कराने का आदेश दिया है। अग्रवाल ने बताया कि वर्ष 2012-13, 2013-14 2014-15 में शौचालय बनाने की राशि लाभुकों के बजाय सीधे एनजीओ के खाते में ट्रांसफर कर दिया। यह वित्तीय अनियमितता विभागीय समीक्षा के दौरान पकड़ी गई।
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