आदर्शो एवं ज्ञान की भूमि कहि जाने वाले इस बिहार की धरती को मै अपने युवाओं से आग्रह करूँगा की
माननीय मुख्यमंत्री बिहार नीतीश कुमार के सपनो को साकार करने में अपनी योग्यता का पूर्ण योगदान
करें। जिस परिकल्पना को सजाने के लिए माननीय मुख्यमंत्री बिहार श्री नीतीश कुमार सोच बना कार्य कर रहे है उसे अपने बिहार के लिए ज्ञान की भूमि एवं आदर्शो की पुनः स्थापना हो पाएगी। ज़िन्दगी अमरता लेकर नही आई है। उसकी इतिहास उसके कार्य तय करता है। जिस प्रकार माननीय नीतीश कुमार शिक्षा को बढ़ावा दे लड़के लड़कियों में भेद को दुर कर रहें है,
ठीक उसी प्रकार पूर्व के इस शिक्षा के विश्व गुरु धरती को ज्ञान की भूमि बनाना चाहते है। हम जागे तो जग जागा को चरितार्थ करने के लिए युवा वर्ग पीढ़ी ही अहम भूमिका निभा सकता है। माननीय के हर कदम के चाल में एक नई सोच को जन्म देता है जो हमारे पीढ़ी को उत्कर्ष में प्रेरणा देती है।
मानव जीवन में समरसता लाया जाय और अपने शिक्षा को वैसे रूढ़िवादियों में न रखा जिससे समाज
को हित न हो। निश्चित तौर पर अपने बिहार को आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता। आउटसोर्सिंग में आरक्षण भी अपने बिहार को अपनत्व में सहभागिता कि भूमिका अदा करेगी। बिरोध जताना नीतियों में कुठाराघात होगी, जो माननीय के सोच की परिकल्पना पूरी नही कर पायेगी।
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