जयपुर। प्रदेश में हो रहे पंचायतीराज चुनावों में इस बार बीजेपी और कांग्रेस के अलावा आरएलपी भी मजबूती से ताल ठोक रही है। मोदी सरकार के सहयोगी दल आरएलपी के संयोजक एवं नागौर से सासंद हनुमान बेनीवाल चुनावी सभाओं में कांग्रेस पर तो निशाना साध ही रहे हैं। लेकिन वे बीजेपी के नाम पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर भी जमकर निशाने साध रहे हैं।
हाल ही में बेनीवाल ने टोंक के मालपुरा क्षेत्र में पंचायत चुनावों के प्रचार प्रसार के दौरान वसुंधरा राजे के खिलाफ जमकर बयानबाजी की। लेकिन खास बात यह है की अब तक प्रदेश बीजेपी के किसी भी नेता ने आगे बढ़कर अपने बयानों में इसका विरोध नहीं किया। उसके बाद सियासी गलियारों में ये चर्चा का विषय बना हुआ है। इस बारे में जब केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल से सवाल किया गया तो वे भी खुलकर जवाब देने में बचते नजर आए. सवालों से पीछा छुड़ाने के लिये मेघवाल ने यहां तक कह दिया कि पूर्व में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने इस संबंध में अपना वक्तव्य जारी कर दिया था। जबकी प्रदेश अध्यक्ष का ऐसा कोई वक्तव्य सामने नहीं आया है।
चतुर्वेदी बोले इस तरह का बयान दिया गया है तो पूरी बीजेपी इसकी निंदा करती है
वहीं पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अरुण चतुर्वेदी से जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो होने साफ तौर पर कहा कि वसुंधरा राजे पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं और यदि उनके खिलाफ कोई भी बयान दिया गया है तो पूरी बीजेपी इसकी निंदा करती है। चतुर्वेदी के अनुसार आरएलपी भले ही केंद्र में हमारा सहयोगी दल हो लेकिन इसके आधार पर आरएलपी के नेताओं को यह अधिकार नहीं मिलता कि वे हमारी पार्टी के किसी भी नेता पर कोई व्यक्तिगत या सामाजिक रूप से टीका टिप्पणी करे।
बेनीवाल ने कई बातें सार्वजनिक रूप से कही
उल्लेखनीय है कि बेनीवाल ने चुनावी सभा में पूर्व मुख्यमंत्री के लिए यह तक कह दिया कि पहले सरकार में लोग कहते थे कि '8 पीएम नो सीएम'। यही नहीं बेनीवाल ने इससे भी बढ़कर राजे के खिलाफ कई बातें सार्वजनिक रूप से कह डाली। लेकिन पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के खिलाफ दिये गए इस बयान को लेकर आगे बढ़कर प्रदेश बीजेपी के किसी भी नेता ने अपना वक्तव्य या विरोध जाहिर नहीं किया।
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